अंगना पधारो महारानी लिरिक्स  | Angana padharo maharani lyrics अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी  शारदा भवानी मोरी शारदा भवानी  करदो कृपा महारानी मोरी शारदा भवानी  अंगना पधारो...   ऊँची पहाड़िया पे मंदिर बनो है  मंदिर में मैया को आसान लगो है  सान पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी  अंगना पधारो...   रोगी को काया दे निर्धन को माया  बांझन पे किरपा ललन घर आया  मैया बड़ी वरदानी मोरी शारदा भवानी  अंगना पधारो...   मैहर में ढूंढी डोंगरगढ़ में ढूंढी  कलकत्ता कटरा जालंधर में ढूंढी  विजरघवगध में दिखानी मोरी शारदा भवानी  अंगना पधारो...   मैहर को देखो या विजयराघवगढ़ को  एकै दिखे मोरी मैया के मढ़ को  महिमा तुम्हारी नहीं जानी मोरी शारदा भवानी  अंगना पधारो...   मैया को भार सम्भाले रे पंडा  हाथो में जिनके भवानी को झंडा  झंडा पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी  अंगना पधारो...   महिमा तुम्हारी भगत जो भी गाए  मोनी भी मैया में दर्शन को आए  करदो मधुर मोरी वाणी हो मोरी शारदा भवानी  अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी  अंगना पधारो महारानी  | Angana padharo maharani गीत यहाँ सुनें                      ...
 Patal Chatni lyrics | Dilip Shadangi Jas Lyrics छः मासी राती के कथा सार हे देव बलौदा म ऐ छः मासी राती, काये संगवारी छः मासी रात, माने दिन नई  खाली राते रात तेकरे बर तो कईथौ  छः मासी राती के कथा सार हे देव बलौदा म निर्वस्त्र कलाकर के बनाये चमत्कार हे देव बलौदा म बिन कलश के भोला के दरबार हे देव बलौदा म देवी कलसा के आज भी आकार हे देव बलौदा म काबर तैं फिरत हस ऐती ओती संगी महामाई के अवतार हे देव बलौदा म लेवौ, नव दिन के उपास ल टोर डारौ बोरे बासी संग म लाने हावै, पताल चटनी खा डारौ, अब्बड़ बेरा होगे चईत के मंझनी रा थोकून सुसतान दे तहा खइहौ स्थायी हे चईत के महिना दाई आबे मंझनी हे चईत के महिना दाई आबे मंझनी बोरे बासी संग म खवाहूं तोला वो पताल चटनी हे चईत के महिना दाई आबे मंझनी हे चईत के महिना दाई आबे मंझनी बोरे बासी संग म खवाहूं तोला वो पताल चटनी अंतरा 1 कहां ले पावौ माल पूवा मैं निर्धन किसान वो घर म आबे चीला खवाहूं चाउर के पिसान वो तैं आबे मंझनी तैं आबे मंझनी  बोरे बासी संग म खवाहूं तोला वो पताल चटनी अंतरा 2 अंगाकर हा बने मिठाही संग मिरचा के झार वो भोग लगा ले महामायी महूं ला ...