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Showing posts with the label Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics

अंगना पधारो महारानी लिरिक्स | Angana padharo maharani lyrics

अंगना पधारो महारानी लिरिक्स  | Angana padharo maharani lyrics अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी शारदा भवानी मोरी शारदा भवानी करदो कृपा महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... ऊँची पहाड़िया पे मंदिर बनो है मंदिर में मैया को आसान लगो है सान पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... रोगी को काया दे निर्धन को माया बांझन पे किरपा ललन घर आया मैया बड़ी वरदानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... मैहर में ढूंढी डोंगरगढ़ में ढूंढी कलकत्ता कटरा जालंधर में ढूंढी विजरघवगध में दिखानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... मैहर को देखो या विजयराघवगढ़ को एकै दिखे मोरी मैया के मढ़ को महिमा तुम्हारी नहीं जानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... मैया को भार सम्भाले रे पंडा हाथो में जिनके भवानी को झंडा झंडा पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... महिमा तुम्हारी भगत जो भी गाए मोनी भी मैया में दर्शन को आए करदो मधुर मोरी वाणी हो मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो महारानी  | Angana padharo maharani गीत यहाँ सुनें ...

Maiya Tere darbaar deewane aaye hain lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics

 Maiya Tere darbaar deewane aaye hain lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics मेरी मैया तेरे दरबार ये, दीवाने आए है, भक्ति में तेरी डूब के ये, भक्ति में तेरी डूब के ये, मस्ताने आए है, मेरी मईया तेरे दरबार ये, दीवाने आए है।। सारे जग में तेरा बोल बाला, तेरा दरबार है सबसे आला, जो भी आए माँ दर पे सवाली, उसकी झोली भरी तूने खाली, माँ श्रद्धा सुमन की भेट तुम्हे, चढ़ाने आए है, मेरी मईया तेरे दरबार ये, दीवाने आए है।। तू ही करुणा का सागर भवानी, नही तुझसा बड़ा कोई दानी, तेरी भक्ति में शक्ति समानी, जाए महिमा ना तेरी बखानी, तेरे चरणों में अपना शीश, ये माँ झुकाने आए है, मेरी मईया तेरे दरबार ये, दीवाने आए है।।

Amba Mai Utari Hai Baag Me Ho Maa Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics

 Amba Mai Utari Hai Baag Me Ho Maa Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics   अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां  मैया अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां  मैया हाथ मैं कलशा ले खड़ी हो मां मैया हाथ…. अरे कुम्हरन बन के आ गई वो राजा की मलनियां अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां….. मैया हाथ में डबला तेल को हो मां मैया हाथ में…… अरे तेलन बन के आ गई हो वो राजा की मलनियां अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…… मैया हाथ में त्रिशूल ले खड़ी हो मां मैया हाथ में त्रिशूल….. अरे लोहरन बन के आ गई वो, राजा की मलनियां अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां….. मैया हाथ में साठे ले खड़ी हो मां मैया हाथ में साठे… अरे अहरन बन के आ गई वो, राजा की मलनियां अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां….. मैया हाथ में नीबुआ ले खड़ी हो मां मैया हाथ में निबुआ… अरे काछन बन के आ गई वो, राजा की मलनियां अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां….. अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां….. अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…..  अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…..   

Shankar Chaura Re Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics

Shankar Chaura Re Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics शंकर चौरा रे महामाई कर रही सोल्हा रे श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे, माथे उनके बिंदिया सोहे टिलकी की बलिहारी राम, सिंदूर लगा रही रे मांग में सिंधुर लगा रही रे, श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे कान में उनके कुण्डल सोहे नथुनी की बलिहारी राम, हरवा पहन रही रे गले में हरवा पहन रही रे, श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे हाथो उनके कंगना सोहे चूड़ी की बलहारी राम, मुंदरी पहन रही रे हाथ में मुंदरी पहन रही रे, श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे कमर उनके गरदन सोहे झूलो की बलिहारी राम, कुछ न पहन रही रे कमर में कुछ न पहन रही रे, शृंगार माई कर रही सोल्हा रे पाओ में उनके पायल सोहे विछियां की बलिहारी राम, महावर लगा रही रे पाओ में महावर लगा रही रे श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे अंग में उनके चोला सोहे गगरा के बलिहारी राम, चुनरी ओड रही रे चुनरी ओड रही रे, श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे  

Aalha ki Dhwaja Nahin Aayi Ho Maa Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics

 Aalha ki Dhwaja Nahin Aayi Ho Maa Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics तीन ध्वजा तीनो लोक से आई, आल्हा की ध्वजा नही आईं हो माँ, मैया आल्हा की ध्वजा नहीं आई हो माँ।। जाओ जाओ मेरे बिरहा हो लँगूरवा, आल्हा को पकड़ ले आओ हो माँ, मैया आल्हा को पकड़ ले आओ हो माँ, एक बनना खें दूजे बनना खें, तीजे बन महोवा लोक हो माँ, तीन ध्वजा तीनो लोक से आईं, तीन ध्वजा तीनो लोक से आई, आल्हा की ध्वजा नही आईं हो माँ।। गाँव की पनिहारि से पूछे हो लँगूरवा, आल्हा का पता बतलाओ हो माँ, मैया आल्हा का पता बतलाओ हो माँ, अरे बीच में होवे आल्हा को मकनवा, वहीं पर टेर लगाए हो माँ, तीन ध्वजा तीनो लोक से आई, आल्हा की ध्वजा नही आईं हो माँ।। आल्हा आल्हा खूब पुकारा, आल्हा नदियों के घाट हो माँ, मैया आल्हा नदियों के घाट हो माँ, बांध लँगोटी आल्हा नहा रहे, सरसों का तेल लगाए हो माँ, तीन ध्वजा तीनो लोक से आई, आल्हा की ध्वजा नही आईं हो माँ।। पड़ी नजरिया जब आल्हा की, मन में गयो घबराए हो माँ, मैया मन में गयो घबराए हो माँ, अरे कौन दिशा से आये हो लँगूरवा, कौन संदेसा लाये हो माँ, तीन ध्वजा तीनो लोक से आई, आल...

Panda Karaye Raho Pooja Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics

Panda Karaye Raho Pooja Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics पंडा कराये रहो पूजा मैया जी की झूम झूम के नवराते की शुभ घडी आई, भक्तो ने माता की मूरत बैठाई, झूम झूम के झूम झूम के, पंडा कराय रहो पूजा, मैया जी की झूम झूम के।। टिका लगाए माँ को चुनरी ओढ़ाए, चूड़ी चढ़ाये फूल माला चढ़ाये, झूम झूम के झूम झूम के, पंडा कराय रहो पूजा, मैया जी की झूम झूम के।। नौ नौ खप्पर बो दये ज्वारे, अलियन गलियन गूंजे जयकारे, झूम झूम के झूम झूम के, पंडा कराय रहो पूजा, मैया जी की झूम झूम के।। आई माँ पहुनि भक्तो के द्वारे, संकट काटे माँ भरे भंडारे, झूम झूम के झूम झूम के, पंडा कराय रहो पूजा, मैया जी की झूम झूम के।।  

Chhum Chhum Chanana Baje Maiya Pao Paijaniya Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics

Chhum Chhum Chanana Baje Maiya Pao Paijaniya Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics छुम छुम छनन बाजे मैया पाओ पैजनिया, पाव पैजनिया मैया पाव पैजनिया मैया, कौन गढ़ावे मैया पाव पैजनिया ॥ कौन ओढादे ओढनिया मैया पाओ पैजनिया ॥ झूम झूम छनन बाजे ………. सुनरा गढ़ावे मैया पाव पैजनिया, दरजी ओढादे ओढनिया मैया पाव पैजनिया, झूम झूम छनन बाजे ………. कह चढादो मैया पाव पैजनिया, कह ओढादे ओढनिया मैया पाव पैजनिया, झूम झूम छनन बाजे ……….. दुर्गे चढादो मैया पाव पैजनिया, लंगूर चढादो ओढनिया मैया पाव पैजनिया, झूम झूम छनन बाजे ………..