जय जय सियाराम जय बलराम
श्री राम जय राम जय जय राम
मारुति नंदन नमो नमः , कष्ट भंजन नमो नमः !
असुर निकंदन नमो नमः , श्रीरामदूतम नमो नमः!!
मातु मोहि दीजे कछु चीन्हा ! जैसे रघुनायक मोहि दीन्हा !!
चूड़ामनि उतारि तब दयऊ ! हरष समेत पवनसुत लयऊ !!
कहेहु तात अस मोर प्रनामा ! सब प्रकार प्रभु पूरनकामा !!
दीन दयाल बिरिदु संभारी ! हरहु नाथ मम संकट भारी !!
तात सक़सुत कथा सुनाएहु ! बान प्रताप प्रभुहि समुझाएहुं !!
मास दिवस महुँ नाथु न आवा! तौ पुनि मोहि जिअत नहिं पावा !!
कहु कपि केहि बिधि राखौं प्राना !तुम्हहु तात कहत अब जाना !!
तोहि देखि सीतलि भइ छाती ! पुनि मो कहुँ सोइ दिनु सो राती!!
जनक सुतहिं समुझाइ करि बहु बिधि धीरजु दीन्ह !
चरन कमल सिरू नाइ कपि गवनु राम पहिम कीन्ह !!
जय श्री राम
जय श्री कृष्ण
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