Amba Mai Utari Hai Baag Me Ho Maa Lyrics | Shahnaz Akhtar Bhajan Lyrics
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां
मैया अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां
मैया हाथ मैं कलशा ले खड़ी हो मां
मैया हाथ….
अरे कुम्हरन बन के आ गई वो राजा की मलनियां
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…..
मैया हाथ में डबला तेल को हो मां
मैया हाथ में……
अरे तेलन बन के आ गई हो वो राजा की मलनियां
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां……
मैया हाथ में त्रिशूल ले खड़ी हो मां
मैया हाथ में त्रिशूल…..
अरे लोहरन बन के आ गई वो, राजा की मलनियां
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…..
मैया हाथ में साठे ले खड़ी हो मां
मैया हाथ में साठे…
अरे अहरन बन के आ गई वो, राजा की मलनियां
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…..
मैया हाथ में नीबुआ ले खड़ी हो मां
मैया हाथ में निबुआ…
अरे काछन बन के आ गई वो, राजा की मलनियां
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…..
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…..
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…..
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां…..
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