Tor Jas La Gahu O Lyrics | Kantikartik Yadav Jas Geet Lyrics
तोर पचरा गाहूं वो दाई, ए दाई
आजा ना आजा मोर ठांव मा
तोर जस ला गाहूं वो दाई, ए दाई
आजा ना आजा मोर ठांव मा
आजा ना आजा मोर ठांव मा दाई
आजा ना आजा मोर ठांव मा
सुरति म सजाहूं वो दाई
आजा ना आजा मोर ठांव मा
मैं अंव छत्तीसगढ़ीहा दाई
जग जंवारा बोधौं वो
जिनगी म उजियार के खातिर
तोर मया ल संजोथौ वो
मैं अंव छत्तीसगढ़ीहा दाई
जग जंवारा बोधौं वो
जिनगी म उजियार के खातिर
तोर मया ल संजोथौ वो
मोर मुड़ी ल तैंहा ढाकबे दाई
मोर मुड़ी ला तैंहा ढाकबे
तोर अंचरा ला पाहूं वो दाई, ए दाई
आजा ना आजा मोर ठांव म
पसर नई राखौ तोर आघू म
कुछु मनौती नई मांगौ
करम के फल तो सब झन पाथे
तोर ले तुंही ला मैं मांगव
पसर नई राखौ तोर आघू म
कुछु मनौती नई मांगौ
करम के फल तो सब झन पाथे
तोर ले तुंही ला मैं मांगव
तोर रूप म महतारी ला पायेंव दाई
तोर रूप म महतारी ला पायेंव
बेटी रूप तोला पावौ दाई, ए दाई
आजा ना आजा मोर ठांव मा
हिरदय के हंसा मोला बलाथे
आना बईठ जुड़ा लेना
शक्ति भक्ति मुक्ति खातिर
दाई के कोरा थिरा लेना
हिरदय के हंसा मोला बलाथे
आना बईठ जुड़ा लेना
शक्ति भक्ति मुक्ति खातिर
दाई के कोरा थिरा लेना
ईश्वर बंधी तोर कोरा म वो दाई
कांतिकार्तिक तोर अंचरा मा
सब सुख ला पावै वो दाई, ए दाई
आजा ना आजा मोर ठांव मा
आजा ना आजा मोर ठांव मा दाई
आजा ना आजा मोर ठांव मा
सुरति म सजाहूं वो दाई, ए दाई
आजा ना आजा मोर ठांव मा
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