Ticker

6/recent/ticker-posts

Kali Bagiya Ge Mahakali Lyrics | Dukalu Yadav Jas Lyrics

Kali Bagiya Ge Mahakali Lyrics | Dukalu Yadav Jas Lyrics 

कट कट कट कट काली माई

दांत ला पीसत जाए

दानव बैरी मन हा कांपे 

देवता मन थर्राय


काली बगियागे महाकाली बगियागे

काली बगियागे महाकाली बगियागे

लफलफ लफलफ लाली जिभिया 

अधर अधर हे भागे

लफलफ लफलफ लाली जिभिया 

अधर अधर हे भागे

आंखी ले आगी बरसावत खाड़ा ल चमका के

आंखी ले आगी बरसावत खाड़ा ल चमका के

काली


काली जब मारे किलकारी तीनो लोक सुनाए

काली सउहत काल बने हे रण म गदर मचाए

जउन दिशा काली उमियागे बैरी के लाश गंजागे

लहू लहू के छुहिटे फूहारे रण भुंईया हा रंगागे

लहू लहू के छुहिटे फूहारे रण भुंईया हा रंगागे

काली


अन गिनती दानव ला मारे पीये लहू के धारे

डर के मारे कतको दानव मरत हावै बिन मारे

काली कतको रूप देखाए बैरी के होश उड़ागे

लाश के उपर ठाढ़े काली गरजत नाचन लागे

लाश के उपर ठाढ़े काली गरजत नाचन लागे

काली


साय साय रण भुईया लागे मरघट बनगे भारी

काली होगे लहू म लाली खप्पर लहू हे डारी

ब्रम्हा विष्णु इन्द्र हा आगे शिव ला लेके मनाके

काली नाचे देवगण नाचे बिंदु मनु हरषा गे

काली नाचे देवगण नाचे बिंदु मनु हरषा गे


लफलफ लफलफ लाली जिभिया 

अधर अधर हे भागे

लफलफ लफलफ लाली जिभिया 

अधर अधर हे भागे

आंखी ले आगी बरसावत खाड़ा ल चमका के

आंखी ले आगी बरसावत खाड़ा ल चमका के

काली

 

Post a Comment

0 Comments