Skip to main content

अंगना पधारो महारानी लिरिक्स | Angana padharo maharani lyrics

अंगना पधारो महारानी लिरिक्स  | Angana padharo maharani lyrics अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी शारदा भवानी मोरी शारदा भवानी करदो कृपा महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... ऊँची पहाड़िया पे मंदिर बनो है मंदिर में मैया को आसान लगो है सान पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... रोगी को काया दे निर्धन को माया बांझन पे किरपा ललन घर आया मैया बड़ी वरदानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... मैहर में ढूंढी डोंगरगढ़ में ढूंढी कलकत्ता कटरा जालंधर में ढूंढी विजरघवगध में दिखानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... मैहर को देखो या विजयराघवगढ़ को एकै दिखे मोरी मैया के मढ़ को महिमा तुम्हारी नहीं जानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... मैया को भार सम्भाले रे पंडा हाथो में जिनके भवानी को झंडा झंडा पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो... महिमा तुम्हारी भगत जो भी गाए मोनी भी मैया में दर्शन को आए करदो मधुर मोरी वाणी हो मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी अंगना पधारो महारानी  | Angana padharo maharani गीत यहाँ सुनें ...

सीता चालीसा | Sita Chalisa lyrics

 सीता चालीसा


 

॥ दोहा ॥

बन्दौ चरण सरोज निज जनक लली सुख धाम, राम प्रिय किरपा करें सुमिरौं आठों धाम ॥

कीरति गाथा जो पढ़ें सुधरैं सगरे काम, मन मन्दिर बासा करें दुःख भंजन सिया राम ॥

॥ चौपाई ॥

राम प्रिया रघुपति रघुराई बैदेही की कीरत गाई ॥

चरण कमल बन्दों सिर नाई, सिय सुरसरि सब पाप नसाई ॥

जनक दुलारी राघव प्यारी, भरत लखन शत्रुहन वारी ॥

दिव्या धरा सों उपजी सीता, मिथिलेश्वर भयो नेह अतीता ॥

सिया रूप भायो मनवा अति, रच्यो स्वयंवर जनक महीपति ॥

भारी शिव धनु खींचै जोई, सिय जयमाल साजिहैं सोई ॥

भूपति नरपति रावण संगा, नाहिं करि सके शिव धनु भंगा ॥

जनक निराश भए लखि कारन , जनम्यो नाहिं अवनिमोहि तारन ॥

यह सुन विश्वामित्र मुस्काए, राम लखन मुनि सीस नवाए ॥

आज्ञा पाई उठे रघुराई, इष्ट देव गुरु हियहिं मनाई ॥

जनक सुता गौरी सिर नावा, राम रूप उनके हिय भावा ॥

मारत पलक राम कर धनु लै, खंड खंड करि पटकिन भू पै ॥

जय जयकार हुई अति भारी, आनन्दित भए सबैं नर नारी ॥

सिय चली जयमाल सम्हाले, मुदित होय ग्रीवा में डाले ॥

मंगल बाज बजे चहुँ ओरा, परे राम संग सिया के फेरा ॥

लौटी बारात अवधपुर आई, तीनों मातु करैं नोराई ॥

कैकेई कनक भवन सिय दीन्हा, मातु सुमित्रा गोदहि लीन्हा ॥

कौशल्या सूत भेंट दियो सिय, हरख अपार हुए सीता हिय ॥

सब विधि बांटी बधाई, राजतिलक कई युक्ति सुनाई ॥

मंद मती मंथरा अडाइन, राम न भरत राजपद पाइन ॥

कैकेई कोप भवन मा गइली, वचन पति सों अपनेई गहिली ॥

चौदह बरस कोप बनवासा, भरत राजपद देहि दिलासा ॥

आज्ञा मानि चले रघुराई, संग जानकी लक्षमन भाई ॥

सिय श्री राम पथ पथ भटकैं , मृग मारीचि देखि मन अटकै ॥

राम गए माया मृग मारन, रावण साधु बन्यो सिय कारन ॥

भिक्षा कै मिस लै सिय भाग्यो, लंका जाई डरावन लाग्यो ॥

राम वियोग सों सिय अकुलानी, रावण सों कही कर्कश बानी ॥

हनुमान प्रभु लाए अंगूठी, सिय चूड़ामणि दिहिन अनूठी ॥

अष्ठसिद्धि नवनिधि वर पावा, महावीर सिय शीश नवावा ॥

सेतु बाँधी प्रभु लंका जीती, भक्त विभीषण सों करि प्रीती ॥

चढ़ि विमान सिय रघुपति आए, भरत भ्रात प्रभु चरण सुहाए ॥

अवध नरेश पाई राघव से, सिय महारानी देखि हिय हुलसे ॥

रजक बोल सुनी सिय बन भेजी, लखनलाल प्रभु बात सहेजी ॥

बाल्मीक मुनि आश्रय दीन्यो, लवकुश जन्म वहाँ पै लीन्हो ॥

विविध भाँती गुण शिक्षा दीन्हीं, दोनुह रामचरित रट लीन्ही ॥

लरिकल कै सुनि सुमधुर बानी,रामसिया सुत दुई पहिचानी ॥

भूलमानि सिय वापस लाए, राम जानकी सबहि सुहाए ॥

सती प्रमाणिकता केहि कारन, बसुंधरा सिय के हिय धारन ॥

अवनि सुता अवनी मां सोई, राम जानकी यही विधि खोई ॥

पतिव्रता मर्यादित माता, सीता सती नवावों माथा ॥

॥ दोहा ॥

जनकसुत अवनिधिया राम प्रिया लवमात,

चरणकमल जेहि उन बसै सीता सुमिरै प्रात ॥

Comments

Popular posts from this blog

Dam Dam Damru Bajaye Ho Lyrics | Dukalu Yadav Jas Geet Lyrics

Dam Dam Damru Bajaye Ho Lyrics | Dukalu Yadav Jas Geet Lyrics  डम डम डमरू बजावै हो डम डम डमरू बजावै हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो ध्यान लगाथे डमरू धारी  राम दरस पाए ला हो सेवा बीन ये सब हे बिरथा  गुनत हे जाए ला हो गिरजा ला बातावे हो गिरजा ला बातावे हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो सुन ले गिरजा राम ले डारिस  अवध म अवतारे हो यहो दरस करे बर मैं हा जाहूं  झन तैं करबे बिचारे हो गिरजा ल मनावै हो गिरजा ल मनावै हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो अपनेच बनके बेंदरा भोला  अपनेच बनके मंदारी हो यहो अवधपुरी म डमरू बजावत जावै गंगाधारी हो सब झन जुरियावै हो सब झन जुरियावै हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो यहो डम डम डमरू  छुम छुम घुंघरू देवत हे सुनाई हो यहो ठुमुक ठुमुक रेंगत आवत हे देखे बर रघुराई हो सब ताली बजावै हो सब ताली बजावै हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो भोेला बने हे मंदारी बेंदरा नचावै हो र...

Bhola Sang Lade Bar Bhid ge lyrics | Dukalu Yadav Jas Lyrics

Bhola Sang Lade Bar Bhid ge lyrics | Dukalu Yadav Jas  Lyrics अंजनी के बेटा अंजनी के बेटा अंजनी के बेटा अंजनी के बेटा हावै गा बलवान भोला संग लड़े बर भीड़ गे वीर बली हनुमान भोला संग लड़े बर भीड़ गे वीर बली हनुमान अंजनी के बेटा अंजनी के बेटा अंजनी के बेटा अंजनी के बेटा हावै गा बलवान भोला संग लड़े बर भीड़ गे वीर बली हनुमान भोला संग लड़े बर भीड़ गे वीर बली हनुमान अंतरा 1 वीर मणी एक राजा रहिस हे शिव के भारी पुजारी गा शिव के पूजा करे वो निशदिन सुनौ सुनौ संगवारी गा परसन हो के देईस दर्शन ओला डमरू धारी गा भगत के मया म बंध के भगवन करे हावै रखवारी गा अपन भगत के अपन भगत के अपन भगत के अपन भगत के रक्षा करे हे भगवान भोला संग लड़े बर भीड़ गे वीर बली हनुमान भोला संग लड़े बर भीड़ गे वीर बली हनुमान अंतरा 2 रामचन्द्र तब उही समय म यज्ञ ल हावै रचाए गा छोड़ै घोड़ा अश्वमेघ के पाती ला हावै लिखाए गा जउन हा ऐ घोड़ा ला पकड़ही युद्ध ला उही मचाए गा नई तो अर्धनी रइही मोर वो अइसे हावै चेताए गा जेहर छेके ये घोड़ा ला जेहर छेके ये घोड़ा ला होही लहू लुहान भोला संग लड़े बर भीड़ गे वीर बली हनुमान भोला संग लड़े बर भीड़ गे वीर बली हनुमान ...

Kar Le Tai Ha Mata Ke Bhajan Lyrics | Dukalu Yadav Jas Lyrics

Kar Le Tai Ha Mata Ke Bhajan Lyrics | Dukalu Yadav Jas Lyrics  कर ले तैं हा माता के भजन रे मनवा  कर ले तैं हा माता के भजन दुख पीरा तोर हर जाही गा चोला हा तोर तर जाही गा दुख पीरा तोर हर जाही गा चोला हा तोर तर जाही गा येमा मुक्ति के हे रतन  कर ले तैं हा माता हे भजन यहो नव महिना ले कोख म राखे  तब तोला जनमाए यहो भूख पियास ल सहि के माता  तोला दूध पियाए कभू ओला झन तैं भूलाबे गा  फेर पाछू बेेर पछताबे गा कभू ओला झन तैं भूलाबे गा  फेर पाछू बेेर पछताबे गा नई ते बिरथा होही तन कर ले तैं हा माता के भजन यहो इहा म दाई इही म ददा  इही म चारो धाम हे यहो इही म ब्रम्हा इही म विष्णु  इही म सीता राम हे झन ऐती ओती जाबे गा  भाव भक्ति म मन ल लगाबे गा झन ऐती ओती जाबे गा  भाव भक्ति म मन ल लगाबे गा इहा म हे संगी सजन कर लेे तैं हा माता के भजन